सितारों की शादियां उनके प्रशंसकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव होती है। रील लाइफ से रियल लाइफ में रोमांस घटित होना उन्हें परियों की कहानियों की तरह रोमांचित कर जाता है। सात समुन्दर पार इटली में दीपिका संग रणवीर सिंह ने पुरे रस्मों रिवाज के साथ सात फेरे लिए है। सफलतम लोगों का विवाह आमजन के लिए भी कौतुक का विषय रहा है। इस जूनून को भुनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र और टीवी चैनल जरुरी ख़बरों को दरकिनार करते हुए अपना कीमती स्पेस इस तरह के बहु प्रचारित विवाह को समर्पित करते रहे है। ये विवाह इस लिहाज से भी दिलचस्प होते है कि अमूमन दूल्हा दुल्हन अपनी स्क्रीन इमेज से उलट जिंदगी जीते हुए अतीत में एक से अधिक नामों के साथ जुड़कर चर्चित हो चुके होते है। उनके प्रशंसक सिर्फ यही दुआ कर सकते है कि यह विवाह सालों साल टिक जाय बस !
फ़िल्मी दुनिया की शादियां मनोवैज्ञानिकों और समाज शास्त्रियों के लिए अध्धयन का विषय होना चाहिये क्योंकि इनका लगाव और अलगाव सामान्य व्यक्ति के मनोभावों को प्रभावित करता रहा है। दर्शक अपनी पसंदीदा नायिका को लेकर विशेष संवेदनशील रहे है। अक्सर देखा गया है कि इस तरह विवाह असफल हो जाने पर नायक के कॅरिअर पर कम ही असर पड़ता है परन्तु नायिका का कॅरिअर तबाह हो जाता है। दुर्भाग्यवश यह सामाजिक अंतर्विरोध भारत में ही देखने को मिलता है। बॉलीवुड के वैवाहिक इतिहास खंगालने पर कई दिलचस्प बातें नजर आती है।
भारतीय सिने इतिहास की पहली सुपर स्टार देविका रानी ने बीस वर्ष की उम्र में अपने से सोलह वर्ष बड़े हिमांशु राय से विवाह किया था। बारह वर्ष चला यह वैवाहिक जीवन हिमांशु राय की मृत्यु से ख़त्म हुआ था। देविका हिमांशु राय की लगभग सभी फिल्मों की नायिका रही थी। इस जोड़ी की अभिनीत ' कर्मा ' (1933) में फिल्माया गया चार मिनिट का चुंबन दृश्य आज पिच्चासी वर्ष बाद भी दुनिया के सबसे लम्बे चुंबन दृश्य में शुमार किया जाता है। फिल्मों से रिटायर होने के बाद देविका रानी ने दूसरा विवाह रुसी चित्रकार स्वेतोस्लाव रोएरिक से किया था। महज अड़तीस वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह देने वाली बहुआयामी प्रतिभाशाली अभिनेत्री मीना कुमारी ने अपने से उम्र में दुगने बड़े कमाल अमरोही से अठारह वर्ष की उम्र में विवाह किया था जिसकी परिणीति तलाक में हुई थी। हिंदी सिनेमा की ' गॉडेस ऑफ़ वीनस ' और मर्लिन मोनरो का भारतीय संस्करण मधुबाला का वैवाहिक जीवन भी दुखद ही रहा था। वे दिलीप कुमार से प्रेम करती थी परन्तु उनके पिता इस विवाह के सख्त खिलाफ थे चुनांचे उन्होंने अल्हड किशोर कुमार में सुकून तलाशना चाहा जहाँ उन्हें निराशा के अलावा कुछ नहीं मिला। दिल की मामूली बिमारी ने उन्हें छतीस बरस की उम्र में ही मौत का शिकार बना दिया था।सौंदर्य और प्रतिभा का संगम रेखा के विवाह को लेकर कई अफवाहे हर दौर में उड़ती रही थी। दिल्ली के व्यवसायी मुकेश अग्रवाल के साथ हुआ उनका विधिवत विवाह सिर्फ एक वर्ष में मुकेश अग्रवाल की आत्म ह्त्या से ख़त्म हुआ था। किरण कुमार , विनोद मेहरा से उनके तथाकथित विवाह के सबूत कभी सामने नहीं आये। अनुपम सौंदर्य , प्रतिभा और बेहतर अवसर के बावजूद इन तीनों अभिनेत्रियां ( मीना कुमारी, मधुबाला और रेखा) का वैवाहिक जीवन असफल ही रहा था।
आज के दौर के अधिकांश सफल सितारों के विवाह आश्चर्यजनक रूप से अपनी मंजिल पर नहीं पहुँच पाये। नारीत्व सौंदर्य की मूर्ति मनीषा कोइराला अपने पति सम्राट दहल से फेसबुक पर मिली थी परन्तु मात्र दो वर्ष भी वे श्रीमती नहीं रह पाई और सम्राट से अलग हो गई। एक समय बच्चन बहु बनते बनते रही करिश्मा कपूर ने दिल्ली के व्यवसायी संजय कपूर से विवाह किया परन्तु एक दशक साथ रहने के बाद अलग हो गई। ऋतिक रोशन -सुजैन खान को 14 वर्ष में समझ आया कि वे एक दूसरे के लिए नहीं बने है। सैफ अली अमृता सिंह तेरह वर्ष साथ रहे , फरहान अख्तर अधाना के साथ पंद्रह वर्ष , पूजा भट्ट मनीष मखीजा ग्यारह वर्ष , आमिर खान रीना दत्ता पंद्रह वर्ष , कमल हासन सारिका ग्यारह वर्ष , कमल हासन वाणी गणपति दस वर्ष और कमल हासन गौतमी तेरह वर्ष वैवाहिक जीवन जीने के बावजूद विवाह नाम की संस्था को समझ नहीं पाए। मलाइका अरोरा अरबाज को अठारह वर्ष बाद समझ आया कि उनका विवाह गलत था। इसी तरह कल्कि कोचलिन और अनुराग कश्यप चार वर्ष में ही साथ फेरों के बंधन से मुक्त हो गए।
इस तरह के असफल विवाहों की वजह से ही कुछ चर्चित विनोद पूर्ण कहावते अस्तित्व में आई है जैसे ' विवाह एक ऐसा पिंजरा है जिसमे बंद पंछी बाहर जाने को उतावले है और बाहर उन्मुक्त उड़ रहे अंदर जाने को।
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