मुझे नहीं मालुम
यह क्या है ?
तुम जो चाहे नाम दो इसे /
अपलक तुम्हे ताकना
और आँखें बंद कर लेना /
हवा में तुम्हारी गंध
महसूसना और
गहरी सांस भर लेना /
कागज पर यूँ ही
कुछ लकीरें खींच देना
और उसमे तुम्हारा चेहरा
तलाशना /
सच में मुझे नहीं मालूम
यह क्या है /
तुम हो तो
ये साल , महीने , दिन
जिंदगी लगते है /
जैसे समंदर के किनारे
नावों की वजह से
भरोसेमंद लगते है।
यह क्या है ?
तुम जो चाहे नाम दो इसे /
अपलक तुम्हे ताकना
और आँखें बंद कर लेना /
हवा में तुम्हारी गंध
महसूसना और
गहरी सांस भर लेना /
कागज पर यूँ ही
कुछ लकीरें खींच देना
और उसमे तुम्हारा चेहरा
तलाशना /
सच में मुझे नहीं मालूम
यह क्या है /
तुम हो तो
ये साल , महीने , दिन
जिंदगी लगते है /
जैसे समंदर के किनारे
नावों की वजह से
भरोसेमंद लगते है।