'' जीतने वाले कोई अलग काम नहीं करते वे हर काम अलग ढंग से करते है '' - मोटिवेशनल गुरु और विश्वविख्यात पुस्तक you can win के लेखक शिव खेड़ा के इस प्रेरक वाक्य ने कई लोगों की जिंदगी बदल दी है। परन्तु कुछ लोग ऐसे भी है जो इस वाक्य को पढ़े बगैर भी अलग ढंग से काम कर रहे है। उन्ही में से एक है रंजीत सिंह।
अगर आप इंदौर में है तो रंजीत सिंह आपके लिए अनजान शख्स नहीं है और अगर आप इंदौर के बाहर से है तो भी आपने उनका जिक्र सुना ही होगा , टेलेविज़न पर , यूट्यूब पर , लगभग सभी भाषाओ में छपने वाले अखबारों में गाहे बगाहे उनकी बात होती रहती है। रंजीत सिंह इंदौर में हाई कोर्ट के सामने वाले चौराहे पर ट्रैफिक संभालते है। मध्य प्रदेश पुलिस के इस अनूठे जवान के बारे में बात करने से ज्यादा उन्हें देखना सुखद लगता है। वे लगभग नाचते हुए ट्रैफिक कंट्रोल करते है। माइकल जैक्सन का मून वाक रंजीत सिंह का पसंदीदा एवं लोकप्रिय स्टाइल है।
इस समय देश का कोई भी न्यूज़ चैनल ऐसा नहीं होगा जिसने उनकी क्लिपिंग अपने दर्शकों को नहीं दिखाई होगी। उनकी इसी प्रसिद्धि के चलते गत माह वे अमिताभ बच्चन के शो '' आज की रात है जिंदगी '' पर भी आ चुके है।
इन दिनों रंजीत सिंह अपनी तरह के सात अन्य जवानो को ट्रेनिंग रहे है। शिव खेड़ा को गुमान भी नहीं होगा कि उनके शब्दों को इस तरह सार्थक कर देगा।
मीडिया इस अनूठे ट्रैफिक कॉप को ' सिंघम ' के नाम से भी बुलाता है। रंजीत सिंह की उपलब्धि - बेमिसाल है।
अगर आप इंदौर में है तो रंजीत सिंह आपके लिए अनजान शख्स नहीं है और अगर आप इंदौर के बाहर से है तो भी आपने उनका जिक्र सुना ही होगा , टेलेविज़न पर , यूट्यूब पर , लगभग सभी भाषाओ में छपने वाले अखबारों में गाहे बगाहे उनकी बात होती रहती है। रंजीत सिंह इंदौर में हाई कोर्ट के सामने वाले चौराहे पर ट्रैफिक संभालते है। मध्य प्रदेश पुलिस के इस अनूठे जवान के बारे में बात करने से ज्यादा उन्हें देखना सुखद लगता है। वे लगभग नाचते हुए ट्रैफिक कंट्रोल करते है। माइकल जैक्सन का मून वाक रंजीत सिंह का पसंदीदा एवं लोकप्रिय स्टाइल है।
इस समय देश का कोई भी न्यूज़ चैनल ऐसा नहीं होगा जिसने उनकी क्लिपिंग अपने दर्शकों को नहीं दिखाई होगी। उनकी इसी प्रसिद्धि के चलते गत माह वे अमिताभ बच्चन के शो '' आज की रात है जिंदगी '' पर भी आ चुके है।
इन दिनों रंजीत सिंह अपनी तरह के सात अन्य जवानो को ट्रेनिंग रहे है। शिव खेड़ा को गुमान भी नहीं होगा कि उनके शब्दों को इस तरह सार्थक कर देगा।
मीडिया इस अनूठे ट्रैफिक कॉप को ' सिंघम ' के नाम से भी बुलाता है। रंजीत सिंह की उपलब्धि - बेमिसाल है।
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