कोरोना का आतंक धीमे धीमे दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। दुनिया के प्रमुख स्टॉक मार्केट अनिश्चित भविष्य की आशंका में लगातार लड़खड़ा रहे है। भारत में ही एक दिन में निवेशकों के सात लाख करोड़ रूपये स्वाह हो चुके है। चीन में जहाँ से इस वायरस ने अपना मौत का सफर आरंभ किया है , अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। अमेरिका के बाद सर्वाधिक सिनेमा हाल वाले इस देश में आधे सिनेमा हाल ( तकरीबन बीस हजार ) सुरक्षात्मक कारणों से बंद कर दिए गए है। तठस्थ मीडिया संस्थान बीबीसी का मानना है कि इस शुरूआती हड़कंप से ही चाइना बॉक्स ऑफिस को पांच अरब डॉलर का नुकसान हो चूका है।
सिने प्रेमियों के लिए दूसरी बुरी खबर ब्रिटेन से आई है। जेम्स बांड सीरीज की पच्चीसवी फिल्म ' नो टाइम टू डाई ' का रॉयल अल्बर्ट हॉल लंदन में होने वाला 31 मार्च का वर्ल्ड प्रीमियर नवंवर तक के लिए टाल दिया गया है। यह फिल्म डेनियल क्रैग की बतौर जेम्स बांड आखरी फिल्म है। इसके बाद कोई नया अभिनेता जेम्स के रूप में सामने आएगा। 3 अप्रैल को यह फिल्म पूरी दुनिया में प्रदर्शित होने वाली थी परंतु कोरोना के आतंक के चलते फ़िलहाल इसे सात माह के लिए टाल दिया गया है। गौरतलब है कि फ़िलहाल ब्रिटिश सरकार ने किसी भी तरह के सार्वजनिक आयोजन पर कोई रोक नहीं लगाईं है। फिल्म की रिलीज़ को आगे बढ़ाने का निर्णय निर्माता कंपनी ने अपने विवेक से लिया है। यधपि फ्रांस सरकार ने ऐसे किसी भी आयोजन पर रोक लगा दी है जहाँ पांच हजार लोगों के इकट्ठे होने की संभावना हो सकती है। स्विट्ज़रलैंड ने इस सीमा को एक हजार पर सीमित कर दिया है। बांड प्रेमियों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार था। बांड श्रंखला की आखरी फिल्म 'स्पेक्टर ' 2015 में आई थी जिसने वैश्विक बॉक्स ऑफिस पर भारतीय मुद्रा में सत्तरअरब का व्यवसाय किया था। महज सौ करोड़ के कलेक्शन पर इतरा जाने वाले बॉलीवुड के लिए यह एक ऐसा आंकड़ा है जिसे छूने की वे कल्पना भी नहीं कर सकते ! ' नो टाइम टू डाई ' की रिलीज़ का आगे बढ़ना साधारण घटना नहीं मानी जा सकती। 250 मिलियन डॉलर के भीमकाय बजट वाली यह फिल्म अन्य स्टूडियोज को भी बाध्य करेगी कि अनिश्चितता और भय के माहौल में वे अपनी फिल्मों को प्रदर्शित करने का निर्णय सोंच विचार कर ले ! इस फिल्म के ऑफिशियल ट्रेलर को अकेले यू ट्यूब पर ही ढेड़ करोड़ लोग देख चुके है वही इसके टाइटल ट्रेक को पचास लाख से ज्यादा लोग सुन चुके है। इस टाइटल ट्रेक को गाने वाली गायिका बिली एलीश महज उन्नीस वर्ष की है। भारतीय दर्शकों के लिए डेनियल क्रैग की फीस जान लेना भी जरुरी है। 2016 में उन्हें जब यह फिल्म ऑफर हुई थी तब निर्माता कंपनी ने उन्हें एक करोड़ डॉलर की पेशकश की थी परंतु बाद में उसे बढ़ाकर ढेड़ करोड़ डॉलर किया गया ! डेनियल क्रैग की बतौर जेम्स बांड यह पांचवी फिल्म है।
जेम्स बांड श्रंखला की फिल्मे बनाने का सर्वाधिकार इयोन प्रोडक्शन के पास है। 2016 में जब इस फिल्म की परिकल्पना की गई थी तब सबसे पहले डेनी बोएल ( स्लम डॉग मिलेनियर ) को निर्देशन का दायित्व सौंपा गया था। परंतु निर्माता कंपनी से उनकी पटरी नहीं बैठी और उन्होंने फिल्म छोड़ दी। कुछ समय के लिए क्रिस्टोफर नोलन का नाम भी चला अंततः कार्ल जोजी फुकुनगा ने निर्देशन की कमान संभाली। फुकुनगा पहले अमेरिकन है जिन्होंने बांड सीरीज की किसी फिल्म को निर्देशित किया है। इसके पहले यह गौरव सिर्फ ब्रिटिश डायरेक्टर को ही हासिल था।
हवा में तैरती मौत का भय न सिर्फ फिल्मों के प्रदर्शन पर असर डाल रहा है बल्कि उनके दूसरे महत्वपूर्ण कामकाज पर भी असर कर रहा है। पिछले हफ्ते सोनी पिक्चर एंटरटेनमेंट ने अपने लंदन पेरिस और पोलैंड के ऑफिस बंद कर दिए। डिज्नी इस हफ्ते अपनी वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस की ब्रिटैन में शुभारंभ पर एक भव्य आयोजन करने जा रहा था , जिसे निरस्त कर दिया गया है। कोरोना के आतंक के चलते ' नो टाइम टू डाई ' के निर्माता को रिलीज़ डेट नवंबर तक धकेलना महंगा पड़ा है। इस फिल्म की पब्लिसिटी और प्रमोशन के लिए अब तक 30 मिलियन डॉलर खर्च किये जा चुके है जो फिलवक्त निरर्थक हो गए है।
सिने प्रेमियों के लिए दूसरी बुरी खबर ब्रिटेन से आई है। जेम्स बांड सीरीज की पच्चीसवी फिल्म ' नो टाइम टू डाई ' का रॉयल अल्बर्ट हॉल लंदन में होने वाला 31 मार्च का वर्ल्ड प्रीमियर नवंवर तक के लिए टाल दिया गया है। यह फिल्म डेनियल क्रैग की बतौर जेम्स बांड आखरी फिल्म है। इसके बाद कोई नया अभिनेता जेम्स के रूप में सामने आएगा। 3 अप्रैल को यह फिल्म पूरी दुनिया में प्रदर्शित होने वाली थी परंतु कोरोना के आतंक के चलते फ़िलहाल इसे सात माह के लिए टाल दिया गया है। गौरतलब है कि फ़िलहाल ब्रिटिश सरकार ने किसी भी तरह के सार्वजनिक आयोजन पर कोई रोक नहीं लगाईं है। फिल्म की रिलीज़ को आगे बढ़ाने का निर्णय निर्माता कंपनी ने अपने विवेक से लिया है। यधपि फ्रांस सरकार ने ऐसे किसी भी आयोजन पर रोक लगा दी है जहाँ पांच हजार लोगों के इकट्ठे होने की संभावना हो सकती है। स्विट्ज़रलैंड ने इस सीमा को एक हजार पर सीमित कर दिया है। बांड प्रेमियों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार था। बांड श्रंखला की आखरी फिल्म 'स्पेक्टर ' 2015 में आई थी जिसने वैश्विक बॉक्स ऑफिस पर भारतीय मुद्रा में सत्तरअरब का व्यवसाय किया था। महज सौ करोड़ के कलेक्शन पर इतरा जाने वाले बॉलीवुड के लिए यह एक ऐसा आंकड़ा है जिसे छूने की वे कल्पना भी नहीं कर सकते ! ' नो टाइम टू डाई ' की रिलीज़ का आगे बढ़ना साधारण घटना नहीं मानी जा सकती। 250 मिलियन डॉलर के भीमकाय बजट वाली यह फिल्म अन्य स्टूडियोज को भी बाध्य करेगी कि अनिश्चितता और भय के माहौल में वे अपनी फिल्मों को प्रदर्शित करने का निर्णय सोंच विचार कर ले ! इस फिल्म के ऑफिशियल ट्रेलर को अकेले यू ट्यूब पर ही ढेड़ करोड़ लोग देख चुके है वही इसके टाइटल ट्रेक को पचास लाख से ज्यादा लोग सुन चुके है। इस टाइटल ट्रेक को गाने वाली गायिका बिली एलीश महज उन्नीस वर्ष की है। भारतीय दर्शकों के लिए डेनियल क्रैग की फीस जान लेना भी जरुरी है। 2016 में उन्हें जब यह फिल्म ऑफर हुई थी तब निर्माता कंपनी ने उन्हें एक करोड़ डॉलर की पेशकश की थी परंतु बाद में उसे बढ़ाकर ढेड़ करोड़ डॉलर किया गया ! डेनियल क्रैग की बतौर जेम्स बांड यह पांचवी फिल्म है।
जेम्स बांड श्रंखला की फिल्मे बनाने का सर्वाधिकार इयोन प्रोडक्शन के पास है। 2016 में जब इस फिल्म की परिकल्पना की गई थी तब सबसे पहले डेनी बोएल ( स्लम डॉग मिलेनियर ) को निर्देशन का दायित्व सौंपा गया था। परंतु निर्माता कंपनी से उनकी पटरी नहीं बैठी और उन्होंने फिल्म छोड़ दी। कुछ समय के लिए क्रिस्टोफर नोलन का नाम भी चला अंततः कार्ल जोजी फुकुनगा ने निर्देशन की कमान संभाली। फुकुनगा पहले अमेरिकन है जिन्होंने बांड सीरीज की किसी फिल्म को निर्देशित किया है। इसके पहले यह गौरव सिर्फ ब्रिटिश डायरेक्टर को ही हासिल था।
हवा में तैरती मौत का भय न सिर्फ फिल्मों के प्रदर्शन पर असर डाल रहा है बल्कि उनके दूसरे महत्वपूर्ण कामकाज पर भी असर कर रहा है। पिछले हफ्ते सोनी पिक्चर एंटरटेनमेंट ने अपने लंदन पेरिस और पोलैंड के ऑफिस बंद कर दिए। डिज्नी इस हफ्ते अपनी वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस की ब्रिटैन में शुभारंभ पर एक भव्य आयोजन करने जा रहा था , जिसे निरस्त कर दिया गया है। कोरोना के आतंक के चलते ' नो टाइम टू डाई ' के निर्माता को रिलीज़ डेट नवंबर तक धकेलना महंगा पड़ा है। इस फिल्म की पब्लिसिटी और प्रमोशन के लिए अब तक 30 मिलियन डॉलर खर्च किये जा चुके है जो फिलवक्त निरर्थक हो गए है।
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