प्रिय असमय विदा लेने वालों
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अफ़सोस की बात है , सड़को पर मौत का पहला पुरूस्कार हमें कई वर्षों से लगातार मिल रहा है। आने वाले और कितने वर्षों तक यह हमें मिलता रहेगा ? इसे लेकर भी कोई दुविधा नहीं है। आप लोग अब लौट नहीं सकते परन्तु जो अभी भी सड़कों का उपयोग कर रहे है , उनके लिए मेरी शुभकामनाये वे भरपूर जीवन जिये । खुद भी सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित रखे। याद रहे ! प्रायश्चित के लिए जिंदगी न मिलेगी दोबारा।
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