Friday, July 25, 2014

LOST airliner

सिडनी ऑस्ट्रेलिया से oceanic Airline की फ्लाइट 815 लोस ऐंजलस के लिए उड़ान भरती  है . इस विमान में 324 यात्री सवार है। दक्षिण प्रशांत सागर के ऊपर उड़ते हुए विमान में कोई तकनीकी खराबी आई और  वह दो टुकड़ो में एक द्वीप पर क्रैश हो गया। एक टुकड़ा जिसमे 254 यात्री सवार थे प्रशांत महासागर में विलीन हो गया , दूसरे टुकड़े के सवार 70 लोग भाग्यशाली थे जो किनारे पर गिरे और समुद्र में डूबने से बच गए।

                    इन survivor को जीवन तो मिला परन्तु शेष दुनिया से उनका कोई संपर्क नहीं बचा। उनके सामने एक विशाल रहस्य्मयी द्वीप मौजूद था। यह एक ऐसी जगह थी जहाँ से न तो विमान गुजरते है न ही जहाज। जब तब एक रहस्य्मयी धुँआ ( smoke ) और एक सफ़ेद अरबी घोडा नजर आ जाता है। हर कदम पर एक नया रहस्य survivors के सामने आता है। एक लॉटरी विजेता , एक सर्जन , एक अपराधी , डांस टीचर , कस्ट्रक्शन वर्कर , और भी इसी तरह के पात्रो से सजा अमरीकी टेलीविजन धारावाहिक '' लॉस्ट ''lost अपनी शुरुआत 2004 से लेकर 2010 तक 6 सीजन में अपना जादू बिखेरते हुए दुनिया के  'टॉप टेन ' सीरियल्स मेंशामिल हो गया। पात्रो के चरित्र चित्रण में ' फ़्लैश इन ' तकनीक का प्रयोग इस धारावाहिक में इतनी बार किया गया कि यह ट्रिक विधा बन गई। अधिकांश पात्र  इस तकनीक की वजह से किंवदंती बन गए।
                                   इस धारावाहिक में भारतीय मूल के अभिनेता नवीन  एंड्रू ने भी समस्त सीजन में अपनी छाप छोड़ी थी।  नवीन ब्रिटिश नागरिक है और धारावाहिक में उनका  किरदार इराकी सैनिक का था जो अपने  कड़वे अतीत से छुटकारा पाने के लिए अमेरीका का रुख करता है।
                          इसी साल जब 8 मार्च को मलेशियाई विमान लापता हुआ तो lost का कथानक याद आगया। निश्चित तौर पर हम इस विमान हादसे को lost धारावाहिक से जोड़ कर नहीं देख सकते। सिर्फ कामना कर सकते है की काश वे लोग भी सुरक्षित हों और   oceanic 815 के यात्रियों की तरह दुनिया से संपर्क नहीं कर पा रहे हों . दुनिया की सबसे लम्बी और महंगी खोज की असफलता ने उम्मीद की एक किरण को जलाए रखा है।
इस  सीरियल को देखने के लिए www.watchseries.it/series/lost
पर log in किया जा सकता है।
photo courtsey:: google image
                      

Friday, July 18, 2014

The Godfather Dialogues


                                          14  Dialogues  from movie  ''the godfather ''
                                         

1 Friendship is everything. Friendship is more than talent. It is more than the government. It is almost the equal of family.
( मित्रता सबकुछ है। मित्रता प्रतिभा से भी बड़ी है। यह हुकूमत से भी कही अधिक मायने रखती है। यह लगभग परिवार के समान है। )
2 Great men are not born great, they grow great . .
(महान लोग महान पैदा नहीं होते वे महानता विकसित करते है)
3 Never hate your enemies. It affects your judgment.”
(अपने शत्रुओ  से कभी नफरत मत करो। यह आपके निर्णय को प्रभावित करती है।)
4 Revenge is a dish that tastes best when served cold.”
(प्रतिशोध एक ऐसा भोजन है जो ठंडा परोसे जाने पर उत्तम स्वाद देता है।)
 5 A friend should always underestimate your virtues and an enemy overestimate your faults”
(एक मित्र को आपके गुणों का कम  अंदाजा होना चाहिए और एक दुश्मन को आपकी गलतियों का अधिक अंदाजा।)
6You cannot say 'no' to the people you love, not often. That's the secret. And then when you do, it has to sound like a 'yes'. Or you have to make them say 'no.' You have to take time and trouble.”
(आप जिनसे प्रेम करते है उन्हें ' ना ' नहीं कह  सकते। यह एक राज है। और जब आप ऐसा करते है तो उसकी ध्वनि 'हाँ ' में होना चाहिए।  या आप उनसे ना कहलवाए। आपको समय और तकलीफ दोनों ही लेना पड़ेगी।)
7 The lawyer with the briefcase can steal more money than the man with the gun.
 ( एक ब्रीफ़केस की मदद से एक वकील ज्यादा पैसा लूट सकता है बजाय बन्दुक की  मदद से एक आदमी .)
8 A man who doesn't spend time with his family can never be a real man.”
(जो व्यक्ति अपने परिवार के साथ समय नहीं बिताता है वह कभी भी वास्तविक इंसान नहीं बन सकता।)
9 Italians have a little joke, that the world is so hard a man must have two fathers to look after him, and that's why they have godfathers.”
(इतालवी लोगो के पास एक नन्हा सा मजाक है कि दुनिया इतनी निष्ठुर है की एक आदमी के लालन पोषण के लिए दो पिता आवश्यक है। और इसीलिए वहां ' गॉडफादर ' होते है)
10 Accidents don't happen to people who take accidents as a personal insult.”
(इत्तेफाक ( संयोग) उन लोगों के साथ नहीं घटते जो उन्हें व्यक्तिगत मानहानि के तौर पर लेते है। )
11 Many young men started down a false path to their true destiny. Time and fortune usually set them aright.”
(कई युवा लोगों ने अपनी किस्मत के लिए गलत रास्तों से शुरुआत की परन्तु समय और भाग्य ने उन्हें सही रास्ते पर ला  दिया। )
12 Keep your friends close and your enemies closer.”
(अपने मित्रों को अंतरंग रखो और अपने दुश्मनों को नजदीक।)
 13 Behind every successful fortune;There is Crime.”
(हर सफलता के पीछे एक अपराध है।)
14 Time erodes gratitude more quickly than it does beauty!”
(समय कृतज्ञता को सुंदरता से पहले नष्ट कर देता है।)

photo courtesy google image

Friday, July 11, 2014

एक हार के बहाने ......excuse for a defeat...

germay के हाथों brazil के शिकस्त की सुनामी वहां के राष्ट्रपति आवास तक पहुँच चुकी है। इस ऐतिहासिक हार के बाद राष्ट्रपति डिलिमा रोसेफ CNN को बता रही थी की इस हार ने कई सपनो को बिखेर दिया है। गौर तलब है की आगामी अक्टूबर माह में बाजिल में आम चुनाव होने जा रहे है।
.  फुटबॉल के लिए इस देश के जूनून को हम भारत वासी नहीं समझ सकते।  मेजर ध्यानचंद ने इस जज्बे को हॉकी से जगाया था परन्तु हम क्रिकेट की चकाचौंध में ऐसे उलझे कि उस इतिहास पुरुष को ही भूल बैठे और एक क्रिकेटर को भारत रत्न  बना बैठे। इन क्रिकेटर महोदय ने पैसा बनाने के लिए पानी से लेकर च्यवन प्राश तक बेचने में गुरेज नहीं किया। ऊपर से तुर्रा यह कि जब  एक अंतर्राष्ट्रीय टेनिस  खिलाड़ी ने इस महापुरुष को पहचानने से इंकार किया तो आधे देश को बुरा लग गया।
                    हमारे देश में खेल और खिलाड़ियों पर गिनती की फिल्मे बनी है। पिछले तीन दशक के बही खाते टटोले जाए तो कुल पांच छे फिल्मे हाथ आती है जिनमे ' फूटबाल ' एक किरदार के रूप में मौजूद है। उलेखनीय फिल्मों में प्रकाश झा  की ' हिप हिप हुर्रे ' गुरिंदर चड्ढा की  'बेंड इट  लाइक बेकहम ' महत्वपूर्ण है।
         
  1984 में प्रकाश झा ने अपने निर्देशकीय कॅरियर की शुरुआत '  हिप हिप हुर्रे ' से की थी।  इस फिल्म की पटकथा गुलजार ने लिखी थी और संगीत वनराज भाटिया का था जो उस समय दूरदर्शन के अधिकाँश धारावाहिकों को संगीत देकर प्रसिद्धि के शिखर पर विराजित  थे। फिल्म में यशुदास की आवाज में एक अच्छा गीत था '' एक मोड़ पर मेने कहा उसे रोककर , आँख मिला के बात कर ए जिंदगी ''  यह एक मात्र ऐसी फिल्म थी जिसका कथानक फूटबाल के खेल के आस पास बुना गया था। राज़ किरण और दीप्ती  नवल की जोड़ी ने भी फिल्म को दर्शनीय बना दिया था। यह बात जरूर है की उस समय ध्वनि संयोजन और फोटो ग्राफी  पर   इतना ध्यान नहीं दिया जाता था परन्तु गुलजार का कहानी कहने का अंदाज फिल्म में उत्सुकता बनाये रखता है। फिल्म youtube पर मौजूद है जब चाहे देखी  जा सकती है।
           कोई भी घटना को पकड़कर उसका  तेल निकाल देने वाले हमारे न्यूज़ चैनल  इस विश्व कप की   इस तरह रिपोर्टिंग  कर रहे है मानो साओ पोलो हरियाणा में कही है। पता नहीं खेलों में  हमारे कब अच्छे दिन आएंगे ?

                     

दिस इस नॉट अ पोलिटिकल पोस्ट

शेयर बाजार की उथल पुथल में सबसे ज्यादा नुकसान अपने  मुकेश सेठ को हुआ है। अरबपतियों की फेहरिस्त में अब वे इक्कीसवे नंबर पर चले गए है। यद्ध...