इन दिनों हर छपने वाली चीज पर एक नाम सुर्ख़ियों में चल रहा है वह है मिडिया सम्राट रुपर्ट मर्डोक और उनके बेटे जेम्स का . ऑस्ट्रेलिया से लेकर अमेरिका फिर यूरोप से लेकर एशिया तक जिस आदमी ने अपनी सल्तनत फेला रखी है , और जिसे महज मनुष्य न मानकर एक देश की तरह पुकारा जाता है( अमरीकी अखबार उन्हें मर्दोकिया के नाम से भी बुलाते है ) - इस समय थोड़े संकट में है . फोन टेपिंग के सिलसिले में उनका 168 बरस पुराना अखबार बंद हो गया और ब्रिटेन के सांसदों की उस समिति के सामने उपस्थित होना पड़ा जो एक समय उनके सामने कोर्निश बजाते थे . एक समय ऐसा भी था जब औस्ट्रेलिया में किसी दल का नेता उनके साथ डिनर टेबल पर देख लिया जाता था तो उसे अगला प्रधान मंत्री मान लिया जाता था . ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमन्त्री टोनी ब्लेयर ने अपने कार्यकाल में मर्डोक से मुलाकातों का एक रिकार्ड बनाया था . यही हाल जेम्स केमरून का भी है . भले ही आज सारी दुनिया उनके कामकाज के तरीके पर उंगलियाँ उठा रही हो ,लेकिन पत्रकारिता को एक ताकत के रूप मेंउभारने में मर्डोक को हमेशा याद किया जाएगा .
यहाँ पर मर्डोक की पत्नी का जिक्र करना जरुरी होगा . संसदीय समिति के सामने जब पिता पुत्र मर्डोक बयान दे रहे थे तो एक सज्जन ने मर्डोक पर शेविंग फोम फेका . उसकी हरकत से विचलित हुए बगेर वेंडी मर्डोक ने पति की ढाल बनकर न उस शख्स को घूंसा जमाया वरन तुरंत ही मर्डोक के गाल पर लगा फोम पोंछ दिया . चाइनिस मूल की वेंडी फिलहाल इस कदम से ट्विटर पर छाई हुई है . पत्नियां कंही की भी हो , अपने पति के के बुरे वक्त में भी छाया बन कर साथ रही है . अन्तर्रष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख डोमिनिक स्ट्रास काहन के बलात्कार प्रकरण में उनकी पत्नी एन सिंक्लेअर ने पति की जमानत कराने में अपना घर गिरवी रख दिया . टोनी ब्लेयर की पत्निचेरी ब्लेयर एक लालची और स्वार्थी महिला मानी जाती थी परन्तु जब जब टोनी पर विरोधियों के हमले हुए चेरी ने पूरी ताकत से पति का साथ दिया . अरबपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नि मेलानिया ट्रंप ने पूरा जोर इस बात के लिए लगा रखा है कि वे रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बन जाए . फ़्रांस की प्रथम महिला कार्ला ब्रूनी ज्यादातर अपनी सुन्दरता के लिए जानी जाती है . फिलहाल वे गर्भवती है परन्तु अपने पति की दूसरी पारी के लिए कम जतन नहीं कर रही है . इन सब से इतर हिलेरी क्लिंटन का जिक्र न करना उनके साथ नाइंसाफी होगी . बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की के प्रकरण के समय हिलेरी ने अपने पति का साथ महाभियोग के खतरे तक दिया था . आज वे अमरीका की विदेश मंत्री है और बफादार पत्नि मानी जाती है .
सारे लेख का लुब्बे -लुआब यह है की सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर की पत्नियां बफदारी के मामले में एक जेसी है . फिर चाहे पति लोग कितने ही दुष्ट , कामी , और लम्पट क्यूँ न हो
यहाँ पर मर्डोक की पत्नी का जिक्र करना जरुरी होगा . संसदीय समिति के सामने जब पिता पुत्र मर्डोक बयान दे रहे थे तो एक सज्जन ने मर्डोक पर शेविंग फोम फेका . उसकी हरकत से विचलित हुए बगेर वेंडी मर्डोक ने पति की ढाल बनकर न उस शख्स को घूंसा जमाया वरन तुरंत ही मर्डोक के गाल पर लगा फोम पोंछ दिया . चाइनिस मूल की वेंडी फिलहाल इस कदम से ट्विटर पर छाई हुई है . पत्नियां कंही की भी हो , अपने पति के के बुरे वक्त में भी छाया बन कर साथ रही है . अन्तर्रष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख डोमिनिक स्ट्रास काहन के बलात्कार प्रकरण में उनकी पत्नी एन सिंक्लेअर ने पति की जमानत कराने में अपना घर गिरवी रख दिया . टोनी ब्लेयर की पत्निचेरी ब्लेयर एक लालची और स्वार्थी महिला मानी जाती थी परन्तु जब जब टोनी पर विरोधियों के हमले हुए चेरी ने पूरी ताकत से पति का साथ दिया . अरबपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नि मेलानिया ट्रंप ने पूरा जोर इस बात के लिए लगा रखा है कि वे रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बन जाए . फ़्रांस की प्रथम महिला कार्ला ब्रूनी ज्यादातर अपनी सुन्दरता के लिए जानी जाती है . फिलहाल वे गर्भवती है परन्तु अपने पति की दूसरी पारी के लिए कम जतन नहीं कर रही है . इन सब से इतर हिलेरी क्लिंटन का जिक्र न करना उनके साथ नाइंसाफी होगी . बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की के प्रकरण के समय हिलेरी ने अपने पति का साथ महाभियोग के खतरे तक दिया था . आज वे अमरीका की विदेश मंत्री है और बफादार पत्नि मानी जाती है .
सारे लेख का लुब्बे -लुआब यह है की सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर की पत्नियां बफदारी के मामले में एक जेसी है . फिर चाहे पति लोग कितने ही दुष्ट , कामी , और लम्पट क्यूँ न हो
पत्नियों का महत्व दर्शाती बहुत सुन्दर सार्थक पोस्ट बधाई रजनीश जी
ReplyDeleteवास्तव में पत्निय साया बनकर साथ निभाती है ! पति सही है या गलत इससे बिना कोई सरोकार रखे वे पति का साथ आखिरी दम तक देती है !
ReplyDeleteजैसे भारत में शाइनी अहूजा का केस. चंडीगढ़ में पूर्व पुलिस प्रमुख एसपीएस राठौर का केस. भारत में तो हर कदम पर ऐसे उदाहरण हैं. विदेशों में भी ऐसा है, लेकिन भारत की बराबरी नहीं.
ReplyDeleteदुनाली पर-
ReplyDeleteअन्ना को मनमौन की जवाबी चिट्ठी
तीखा-तड़का
नोट छपाई में आउटसोर्सिंग
hi
ReplyDeletebahut badhiya sir. aapne to ise tarkik bana diya...