Thursday, March 3, 2011

अपने पे भरोसा है तो दांव लगा ले !!


न्यूज़ीलैंड के एक रेडियो स्टेशन पर एक प्रतियोगिता हुई है जिसका ईनाम बड़ा ही अनोखा है. श्रोताओं से कहा गया है कि विजेता को यूक्रेन की एक महिला बतौर ‘पत्नी’ ईनाम में मिलेगी.

ज़ाहिर है यूक्रेन में महिला कार्यकर्ता इसे लेकर बेहद नाराज़ हैं और विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.

नौ महिलाओं ने राजधानी कीव में शादी पंजीकरण कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और वो भी टॉपलेस. इनके हाथों में तख़्तियाँ थीं जिस पर लिखा था- यूक्रेन कोई वेश्यालय नहीं है.

सोमवार को न्यूज़ीलैंड के रॉक एफ़एम ने ग्रेग नामक व्यक्ति को विजेता घोषित किया है.इस प्रतियोगिता के कारण न्यूज़ीलैंड में भी विवाद छिड़ा है. हालांकि रेडियो स्टेशन का कहना है कि ये हल्के फुल्के अंदाज़ में किया गया था.

जब इस प्रतियोगिता की घोषणा की गई थी तो रॉक एफ़एम के प्रोग्राम निदेशक ब्रैंड किंग ने कहा था, “अंत में तो ये लोगों पर निर्भर करता है कि वे शादी करने का फ़ैसला लेते हैं और न्यूज़ीलैंड वापस आना चाहते हैं या नहीं. हम असल में किसी की शादी नहीं करवाने जा रहे, न ही किसी महिला को न्यूज़ीलैंड ला रहे हैं.”

लेकिन प्रतियोगिता के बारे में वेबसाइट पर लिखी जानकारी से लगता है कि रेडियो स्टेशन को अनुमान था कि लोग स्पर्धा में हिस्सा लेंगे.वेबसाइट की एंट्री में लिखा है कि ऐसा सच में होगा.

प्रतियोगिता के विजेता 23 मार्च को 12 दिन के लिए यूक्रेन की सैर पर जाएँगे.

ईनाम की शर्तों के तहत विजेता यूक्रेन की महिला का चुनाव पहले से ही कर सकेगा और इसके लिए एंडलेस लव डेटिंग एजेंसी की मदद ली जाएगी.

ये एजेंसी यूक्रेन की सैर का इंतज़ाम करेगी और दोनों को एक साथ मिलाएगी. ईनाम में रिवर क्रूज़ और दुभाषिए की सुविधा भी शामिल है.

रेडियो स्टेशन की वेबसाइट पर लिखा है, “ईनाम में ये बात शामिल नहीं है कि यूक्रेन की महिला के लिए विज़ा की अर्ज़ी हम लगाएँगे या उसके न्यूज़ीलैंड आने की टिकिट देंगे. ये विजेता की ज़िम्मेदारी होगी. ऐसा दोनों पक्षों की सहमति से ही होगा.”

यूक्रेन में इस प्रतियोगिता का विरोध करने वाले फ़ेमेन गुट का कहना है कि न्यूज़ीलैंड का सौभाग्यशाली विजेता यूक्रेन में दुखद स्वागत की उम्मीद कर सकता ये महिलाओं फ़ेमन ग्रुप से जुड़ी हैं. ये संगठन उन अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के ख़िलाफ़ अभियान चलाता है जो सेक्स टूर के लिए यूक्रेन की महिलाओं को निशाना बनाती हैं.

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