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किसी से भी पुछ कर देखिये कि क्या वह गुजरे वक्त में एक बार फिर जाना चाहेगा ? सौ में से सत्तर लोग एक सेकंड में ' यस ' कहेंगे। अधिकाँश लोग , फिर वे किसी भी उम्र के क्यों न हो बीते समय को एक बार पुनः जी लेना चाहते है। उन कच्चे -पक्के पलों से फिर दो चार होना चाहते है जो अब उनकी उँगलियों से रेत की तरह फिसल गए है। यधपि गुजरे समय में जा पाना ( Time Travel ) एक कल्पना है और इस काल्पनिक सुख को लेकर काफी किताबे लिखी गई है और इन पर कुछ अच्छी फिल्मे भी बनी है। साइंस स्टोरी लेखक एच जी वेल्स की लिखी कहानी Time Machine पर बनी फिल्म सर्वश्रेष्ठ है।
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मै यहाँ जिक्र करना चाहूँगा
Back to the future (1985) का। यह फिल्म कॉमेडी और कल्पना का शानदार कॉम्बिनेशन है। अच्छी और सफल फिल्मों के विचार इतने सामान्य से रहे है कि एक बारगी मजाक में हंस कर उड़ाए जा सकते है। इस फिल्म के लेखक Bob Gale को घर के पुराने सामान से अपने पिता के स्कूल का रिपोर्ट कार्ड मिला। उस कार्ड के अनुसार बॉब के पिता अपने स्कूल में प्रेसिडेंट थे जबकि बॉब अपने स्कूली जीवन में दब्बू और पढाई में कमजोर थे। रिपोर्ट कार्ड देखकर बॉब के मन में जो पहला विचार आया वह यह था कि ' काश मै अपने पिता के साथ स्कूल में होता ' - इस एक लाइन के विचार ने 'बैक टू द फ्यूचर ' की नींव रख दी। Bob Gale ने अपने एक मित्र Robert Zemeckis के साथ मिलकर इस आईडिया को एक कहानी का रूप दिया परंतु दुर्भाग्य वश किसी को भी उनकी कहानी पसंद नहीं आई। चूँकि ये दोनों स्ट्रगलर थे इसलिए किसी भी बड़े छोटे स्टूडियो ने उन्हें भाव नहीं दिया। Disney ने तो इस कहानी को ' बकवास ' कह कर उनके मुँह पर ही स्क्रिप्ट फेंक दी थी। इसी दौर में स्टीवन स्पिलबर्ग बड़ी सफलता के लिए संघर्ष कर रहे थे , उन्हें यह कहानी पसंद आई और उन्होंने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया।
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16 साल का मार्टी मैकफ्लाय दुर्घटनावश अपने बुजुर्ग मित्र डॉ ब्राउन की टाइम मशीन कार में बैठकर अपने समय से तीस साल पीछे 1955 में चला जाता है। प्लूटोनियम से चलने वाली इस कार में सिर्फ जाने का ही ईंधन है। यहां मार्टी अपने मम्मी पापा से मिलता है जो इस समय हाइस्कूल में पढ़ रहे है परंतु उनमे प्रेम नहीं हुआ है। मार्टी उन्हें मिलाने का जतन करता है। निर्देशक रोबर्ट ज़ेमेकिस ने डायलॉग के साथ दृश्यों की बारीकी का भी बखूबी ध्यान रखा है। 1955 का फ़ैशन ,अखबार, संगीत, युवाओ की पसंद -नापसंद , कार के मॉडल , खान पान , पारिवारिक माहौल - एक कॉमेडी फिल्म के द्रश्यों में वास्तविकता ' बैक टू द फ्यूचर ' की खासियत है।
चालीस बार रिजेक्ट की गई यह फिल्म 1985 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। इसी वर्ष इसे 100 सर्वश्रेष्ठ फिल्मो में शामिल किया गया। तत्कालीन राष्ट्रपति ' रोनाल्ड रीगन ' ने ' स्टेट ऑफ़ यूनियन ' भाषण में भी इस फिल्म का जिक्र किया था।
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