स्पेनिश लेखक गेब्रियल गार्सीअ मार्केज ने अपने उपन्यास को नाम दिया था '' एकांत के सौ बरस '' . आज बहत्तर वर्षीय अमिताभ बच्चन की हम बात करेंगे तो कहना पड़ेगा '' निरंतर जिजीविषा के बरस '' . आज बच्चन जी का जन्मदिन है और उनके अलावा किसी और की बात करना बेमानी है। उनके जीवन के उतार चढ़ाव पर इतना लिखा गया है कि आम आदमी उसे अपने जीवन काल में पढ़ भी नहीं सकता।
मुझे इस बात का गर्व है कि पूर्व में उनपर लिखे मेरे ब्लॉग्स को काफी पसंद किया गया था। उनकी वजह से मेरी बात पढ़ी , सुनी और सराही गई। जैसा कि प्रसिद्ध फिल्म समीक्षक भावना सोम्मेया लिखती है '' अमिताभ आदमी नहीं संस्था है ''( Amitabh is not a man but a institution ) . मेरी तरह लाखों लोग उन से प्रेरणा ले रहे है। संघर्षों का सामना करने की , बदलाव को अपनाने की , और पूरी शिद्दत से जीवन जीने की।
अमिताभ बच्चन को उनके जन्म दिन पर ढेर सारी शुभकामनाये।
Spanish writer Gabriel Garcia Marquez wrote a book and named it '' One hundred year of solitude '' . If we talk about seventy two year old Amitabh , we have to say '' Years of continuous endurance '' . It is his birthday today . It is useless to talk anything but Amitabh bacchan . Much has been written over his ups and downs that an ordinary reader could not read in his entire life. I am proud to have written some blogs on his life and career . This blogs brought me much admiration and praise. Renowned critique Bhavna somayya wrote him ' An institution ' not a person . His life is inspiring millions of the people to face the struggles , to adopt the sudden changes in life , and to live the life with full desire .
Many greetings to Mr bacchan on his Birthday .
Many greetings to Mr bacchan on his Birthday .
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