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विदेशी नागरिक के रूप में टॉम हैंक्स ने इस किरदार को यादगार बना दिया है। फिल्म ख़त्म होने के बाद भी दर्शक विक्टर को भुला नहीं पाते है। उनका अटक अटक कर अंग्रेजी बोलने का लहजा तालिया बजाने को मजबूर कर देता है। 60 मिलियन डॉलर में बनी इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस ने भी निराश नहीं किया था। इस फिल्म ने उस समय 220 मिलियन डॉलर का व्यवसाय किया था। इस कथानक का मुख्य पात्र एयरपोर्ट भी है। एयरपोर्ट के फिल्मांकन के लिए स्पीलबर्ग ने दुनिया भर के एयरपोर्ट देख डाले थे परन्तु शूटिंग करने की अनुमती उन्हें कही नहीं मिली। थक हार कर उन्होंने अमेरिकी एयर फ़ोर्स के बेकार पड़े हेंगर में एयरपोर्ट का विशाल सेट खड़ा किया और उसमे सभी चीजे असली लगाकर उसे वास्तविक एयरपोर्ट बना दिया। रेस्टोरेंट , मैकडोनाल्ड , सभी कुछ असली था , यहाँ तक की कर्मचारियों की यूनिफार्म भी यूनाइटेड एयरलाइन्स ने उपलब्ध कराई थी।
यह फिल्म एक बहुत अच्छी अनुभूति है .